हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ग़ाज़ा पट्टी में इज़राइली हमलों में अस्पतालों को निशाना बनाए जाने की खबरें चिंता जनक हैं। हाल ही में दो अस्पतालों पर हुए हमलों में 25 फ़िलस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है।
यह घटना मानवीय संकट को और गहरा करती है, क्योंकि अस्पतालों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत संरक्षित माना जाता है।
इस तरह के हमले नागरिकों, विशेषकर महिलाओं, बच्चों और बीमार लोगों के लिए जानलेवा साबित होते हैं संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने संघर्ष क्षेत्रों में नागरिक ढांचों को बचाने की अपील की है।
हिंसा का यह चक्र बंद होना चाहिए और दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत करनी चाहिए। भारत ने भी हमेशा शांति और मानवीय सहायता का समर्थन किया है। इस संकट का तुरंत समाधान निकालना अत्यंत आवश्यक है।
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